सैयदना साहब के भतीजे एवं सांसद ने किया नजमी चैरिटेबल का शुभारंभ

रविवार तक चलेगा निःशुल्क मेडिकल कैंप


उज्जैन। बोहरा समाज के 53वे धर्मगुरु हिज़ होलीनेस डॉ सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब (त.उ.श) के भतीजे उज्जैन तशरीफ लाए। गुरुवार शाम को मजार ए नजमी से स्काउट के साथ कमरी मार्ग होते हुए नजमी चैरिटेबल तशरीफ लाए जहां पर मजलिस हुई। मजलिस के दरमियान ऑनलाइन सैयदना साहब के भाई शहज़ादे कुशे भाईसाहब ने संबोधित करते हुए कहा कि सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब ने 1971 में सैयदना अब्दुल कादर नजमुद्दीन मौला की हवेली मुबारक में एक शिफा खाना की शुरुआत की थी जिससे समाज के लोगों को मदद मिल सके। आज भी आपके मंसूज़ सैयदना अलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब के निर्देशानुसार चलाया जा रहा है। शुभारंभ के शुभ अवसर पर 3 दिन तक निःशुल्क कैंप चलेगा जो रविवार को समाप्त होगा। सैयदना साहब की ओर से कैंसर की मैमोग्राफी जांच कराने पर 70% परसेंट डिस्काउंट भी दिया गया। कई वर्षों से समाज के बीच नजमी चैरिटेबल ट्रस्ट अपनी सेवा दे रही है। यहां पर 52वे धर्मगुरु एव 53वे धर्मगुरु तशरीफ ला चुके हैं। शुक्रवार सुबह 11:30 बजे सैयदना साहब के भतीजे अब्दुल तैय्यब भाई साहब एवं सांसद माननीय अनिल फिरोजा जी ने चैरिटेबल हॉस्पिटल का शुभारंभ किया। इस मौके पर सभी शहर के आमिल एवं समाज के वरिष्ठ लोग उपस्थित थे। सांसद में नजमी चैरिटेबल के सचिव शेख इस्माइल भाई बड़वाह वाला एवं उनकी पूरी टीम और समाज को बधाई दी और कहां की इस छोटी सी जगह में बहुत खूबसूरत आप लोगों ने मेहनत कर हॉस्पिटल बनाया है। मेरी ओर से आप समाज जनों को कुछ भी सहयोग चाहिए तो तन-मन धन से हम आपके साथ हैं। पूर्व प्राधिकरण के अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल जी ने हॉस्पिटल की तारीफ करते हुए कहा कि आज 20 बेड का 4 मंजिला हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गया है आपकी समाज के साथ ही अन्य समाज के लोगों को भी यहां से मदद मिलेगी। यहां बहुत अच्छा सैयदना साहब का आदेश है जो आपकी समाज के साथ अन्य समाज के लोगों का भी इलाज होगा। मुर्तज़ा अली बड़वाह वाला, ने  इस मौके पर सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। मुंबई से समाज के साथ डॉ एवं आस पास शहर से भी बड़ी तादाद में डॉ उज्जैन आए हैं। सभी समाजजनों का वह 3 दिन तक निःशुल्क इलाज करेंगे। आमिल शेख मुस्तफा भाई गोधरा वाला, शेख खोजेमा भाई मजार सचिव, शेख बुरहानुद्दीन सिहोरी, शेख शब्बीर भाई नाल वाला, शेख वकार भाई बादशाह, शेख अब्बास भाई, हातिम भाई कपरिया, सैफुद्दीन भाई चादर वाला, ताहेर अली महिदपुर वाला, कईद भाई टप्पा वाला, आदि समाज जन उपस्थित थे।